Motivational Thoughts in Hindi : प्रेरक विचार; • विषम से विषम परिस्थिति उस मानव का मनोबल नहीं गिरा सकती, जिसकी सोच सकारात्मक है

जीवन यात्रा बहुँ आयामी एवं विविधता से भरी हुई है, प्रसन्नता सभी ऒर बिखरी हुई है इसको स्थायी बनाने की इच्छा इस भाव को रोकने एवं अधिक भोगने की इच्छा ही दुःख का सृजन करती है l दुनिया के सबसे पावरफुल Motivational Thoughts in Hindi प्रेरक विचार हिंदी में .....

Motivational Thoughts in Hindi :  प्रेरक विचार; •	विषम से विषम परिस्थिति उस मानव का मनोबल नहीं गिरा सकती, जिसकी सोच सकारात्मक है
प्रेरक विचार हिंदी में

जीवन यात्रा बहुँ आयामी एवं विविधता से भरी हुई है, प्रसन्नता सभी ऒर बिखरी हुई है इसको स्थायी बनाने की इच्छा इस भाव  को रोकने एवं अधिक भोगने की इच्छा ही दुःख का सृजन करती है l  दुनिया के सबसे पावरफुल Motivational Thoughts in Hindi प्रेरक विचार हिंदी में जो आपकी जिंदगी बदल देगें. चाहे कितने मुश्किल हालात हो सफलता कदम चूमेगी l विचारों में नकारात्मकता रहती है तो किसी भी काम में आसानी से सफलता नहीं मिलती और सरल काम भी कठिन लगता है l काम कोई भी हो, अगर हम उसे बोझ मानकर करेंगे तो उसमें न तो सफलता मिलेगी और ना ही उस काम को करने से मन प्रसन्न होगा। काम प्रसन्न होकर करने से ही मन को शांति मिलती है और शांत मन से किए गए काम में कामयाबी मिलने की संभावनाएं काफी अधिक रहती हैं। इसीलिए अपनी सोच सकारात्मक बनाए रखना चाहिए।

  • विचारों के पाठन या लेखन से कोई लाभ तभी मिलता है जब वह व्यवहार में उतर कर क्रिया में परिवर्तित हो जाते हैं।
  • विषम से विषम परिस्थिति उस मानव का मनोबल नहीं गिरा सकती, जिसकी सोंच सकारात्मक है।
  • संवेदना मानवीय गुण है यह मनुष्य के अंदर की मनुष्यता को परिभाषित करती है।
  • सरलता मात्र एक शब्द नहीं अपितु व्यवहार में उतरा हुआ वह आचरण है जिसमें व्यक्ति की कथनी और करनी में भेद नहीं रहता।
  • मानव प्रकृति से दुर्व्यवहार करता है किंतु प्रकृति प्रतिकार नहीं करती उपकार में रत रहती है, मानव लाभ हानि और प्रतिशोध में स्वयं को भस्मीभूत कर आनंद को खो बैठता है, प्राकृतिक हो जाइये आंनद आज भी आपकी प्रतीक्षा में है।
  • ठोकर इसलिए नहीं लगती कि इंसान गिर जाए l कभी-कभी ठोकर इसलिए भी लगती है कि इंसान संभल जाए
  • विनम्रता समाज में मान और ऊँचाईया देती है, अभिमान सिर्फ पतन, चयन आपको करना है।
  • समझदारी केवल एक शब्द नहीं अपितु व्यवहार में उतरा हुआ वह आचरण है जिसकी समीक्षा सदैव दूसरे लोग करते हैं।
  • अभिमान क्यों किससे और किसके लिए जब सम्पूर्ण जीवन का गणितफल ही राख है l
  • व्यक्ति को एक दिन इस संसार से जाना तय है यादें ही शेष रह जाती हैं l कोशिश करें कि लोगों के मानसपटल पर ये यादें अच्छी हो।
  • निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को न छोड़े क्योंकि लक्ष्य मिलते ही निंदा करने वालों की राय बदल जाती है l
  • इस जीवन रुपी पाठशाला में हर व्यक्ति एक विद्यार्थी है और समय शिक्षक और यह शिक्षा अनवरत जीवन पर्यंत चलती ही रहती है, लोग भ्रम वश स्वयं को ज्ञानी समझ अहंकार के वशीभूत हो जाते हैं।
  • जिस प्रकार स्वर्ण अग्नि में तप कर खरा होता है ठीक उसी प्रकार स्वयं का चिंतन आत्मोउन्नति प्रदान करता है।
  • सम्बन्ध मात्र एक शब्द नहीं, अपितु त्याग बलिदान और समर्पण से भरा सम्पूर्ण ग्रन्थ है।
  • बाल्यावस्था में हम विचार मुक्त होते हैं केवल उस पल को जीते हैं इसलिए प्रसन्न रहते हैं, विचारों से मुक्ति ही प्रसन्नता का द्वार है।
  • मन का शांत रहना "भाग्य" है, मन का वश में रहना "सौभाग्य" है, मन से किसी को याद करना "अहो भाग्य" है और मन से कोई आपको याद करे "परम सौभाग्य" है l
  • जो दूसरों की पीड़ा को भी अपनी समझ उनको दूर करने हेतु प्रयत्न करता है वह व्यक्ति ही सच्चे अर्थों में मानव कहलाने का अधिकारी है।
  • इंसान को केवल दो ही चीजें कामयाब बनाती हैं एक अच्छी क़िस्मत और दूसरी कड़ी मेहनत…..अच्छी क़िस्मत सबकी नहीं होती और कड़ी मेहनत सबसे नहीं होती।..
  • असफलता उतनी बुरी नहीं होती जिंतनी की निष्क्रियता, असफलता से कभी निराश मत होइए अपने गुण दोषों को समझिये और निज प्रयत्नों से इसके अ को हटाइये सफलता आपके पास होगी।
  • "कोशिश" आख़िरी साँस तक करनी चाहिए l या तो "लक्ष्य" हासिल होगा या "अनुभव" "चीजें दोनों ही श्रेष्ठ हैं।"
  • विनम्रता समाज में मान और ऊँचाईया देती है, अभिमान सिर्फ पतन, चयन आपको करना है।
  • जीवन में प्रश्न शिक्षण काल की पाठ्य पुस्तकों के सामान निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर नहीं आते, किन्तु धैर्य नाम की कालावधि, सूझ बूझ नामक कागज पर साहस रुपी लेखनी से सभी प्रश्नों का उत्तर सहजता से दिया जा सकता है।
  • दु:ख और तकलीफ़ भगवान की बनाई हुई वो प्रयोगशाला है, जहाँ आपकी क़ाबिलियत और आत्मविश्वास को परखा जाता है 
  • अतीत बीत चुका है, इसे घसीटे नहीं सबक ले, अति सुखद भविष्य की कल्पना भी दुःख का कारण बन सकती है आज को जीना सीखे l
  • परीक्षा हमेशा अकेले में होती हैं लेकिन उसका परिणाम सबके सामने होता है। इसलिए कोई भी कर्म करने से पहले परिणाम पर ज़रूर विचार करें l
  • बूंद सा जीवन है इंसान का लेकिन अहंकार सागर से भी बड़ा है l ना बादशाह चलता है, ना इक्का चलता है l ये खेल है अपने-अपने कर्मो का l यहाँ सिर्फ़ कर्मो का सिक्का चलता है !
  • हमारी पूजा प्रार्थना स्वर्ग नर्क के भय और कामनाओं से ग्रस्त है, जबकि ईश्वर हमसे केवल प्रेम चाहते हैं।
  • जन्म के रिश्ते ईश्वर का प्रसाद जैसे हैं लेकिन ख़ुद के बनाये रिश्ते आपकी पूँजी हैं सहेज कर रखिये l
  • "शब्द" भी भोजन की तरह हैं l शब्द, शब्द का भी एक स्वाद है l बोलने से पहले उसे स्वयं चख लीजिए l अगर ख़ुद को अच्छा न लगे, तो दूसरों को मत परोसिये।
  • सबसे बेहतरीन नज़र वो है, जो अपनी स्वयं की कमियों को देख सके "क्योंकि" नींद तो रोज ही खुलती है! पर आँखें कभी-कभी!
  • उम्मीद को हमेशा बना के रखना चाहिए क्योंकि उम्मीद के भरोसे ही हम सब कुछ वापस ला सकते हैं|
  • जिंदगी में कभी भी कोशिश करना ना छोड़े क्योंकि गुच्छे की आखिरी चाबी भी ताला खोल सकती है|
  • एक समय में एक ही काम करो और उस काम को करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो, बाकी सब कुछ भूल जाओ|
  • जिंदगी एक ऐसी किताब है जिसकी हजारों पन्ने अभी तक आपने नहीं पढ़े हैं|
  • जब भी कोई आपकी तारीफ करे तो देखना कि ये चापलूसी तो नहीं है, हमें लालच तो नहीं दिया जा रहा है, इसमें झूठ तो नहीं है। तारीफ में से केवल इतना हिस्सा रख लो, जो हमें प्रेरणा देता हो। जब भी कोई निंदा करे तो उसमें सच खोजना चाहिए, क्योंकि निंदा में हमारे लिए कोई बहुत बड़ा संकेत हो सकता है, जो खुद को सुधारने में काम आ सकता है।

सुनीता दोहरे 
प्रबंध सम्पादक