ग्रेनो वेस्ट की ईकोविलेज-1 सोसाइटी में युवती से दुष्कर्म के आरोपी डिलीवरी बॉय को मुठभेड़ के बाद पकड़ा, पीड़िता के बयान में सामने आई दुष्कर्म की बात

पुलिस की गोली पैर में लगने से आरोपी जमीन पर गिर पड़ा और पुलिस ने उसे दबोच लिया। आरोपी के पास से सरकारी पिस्टल बरामद कर ली। पुलिस ने आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया है।

ग्रेनो वेस्ट की ईकोविलेज-1 सोसाइटी में युवती से दुष्कर्म के आरोपी डिलीवरी बॉय को मुठभेड़ के बाद पकड़ा, पीड़िता के बयान में सामने आई दुष्कर्म की बात
मुठभेड़ के बाद डिलिवरी ब्वॉय पकड़ा गया

ग्रेटर नोएडा : ग्रेनो वेस्ट की ईकोविलेज-1 सोसाइटी में युवती से दुष्कर्म के आरोपी डिलीवरी बॉय सुमित ने गिरफ्तारी के बाद दरोगा की पिस्टल छीनकर पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लग गई। उधर पीड़िता के वीडियो रिकार्डिंग में दर्ज किए गए बयान में दुष्कर्म की बात सामने आई है जिसके बाद केस में दुष्कर्म की धारा बढ़ा दी गई है। सोमवार को पीड़िता के कोर्ट में बयान दर्ज कराए जाएंगे। 

पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस की टीमें पांच शहरों में दबिश दे रही थी। पुलिस व स्वाट टीम ने अच्छेजा गांव निवासी सुमित को रविवार को खैरपुर गांव के पास से गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी को लेकर जा रही थी। तभी सेक्टर-3 के पास सुमित ने दरोगा भरत सिंह की सरकारी पिस्टल छीनकर भागने लगा।

बिसरख कोतवाली प्रभारी की टीम ने घेराबंदी करने पर आरोपी ने फायरिंग कर दी। पुलिस की गोली पैर में लगने से आरोपी जमीन पर गिर पड़ा और पुलिस ने उसे दबोच लिया। आरोपी के पास से सरकारी पिस्टल बरामद कर ली। पुलिस ने आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस पूछताप में पता चला है कि फरार होने के बाद आरोपी मेरठ और हापुड़ के ओयो होटल में रुका था। इसके अलावा आरोपी बागपत में अपने जीजा की मदद से एक फार्म हाउस में रुका था। 

अवैध शराब बेचने में जा चुका है जेल : एडीसीपी सेंट्रल नोएडा हृदेश कठेरिया ने बताया कि आरोपी सुमित अवैध शराब बेचने के मामले में जेल जा चुका है। जबकि आरोपी का भाई मनोज बादलपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। इसके बावजूद भी आरोपी किस तरह ब्लिंकिट कंपनी से जुड़कर डिलिवरी बॉय का काम कर रहा था। पुलिस ने इसकी भी जांच शुरू कर दी है।

डॉगी के बच्चे देने पर पीड़िता ने मांगी थी मदद : नोएडा के सेक्टर-20 में रहने वाली पीड़िता की बड़ी बहन का विवाह सोसाइटी मेें रहने वाले युवक से तय हुआ था। मंगेतर के राजस्थान निवासी रिश्तेदार की मृत्यु होने पर परिजन पीड़िता को फ्लैट और डॉगी की देखभाल के लिए छोड़कर गए थे। शुक्रवार तड़के डॉगी ने बच्चे दिए। तभी पीड़िता ने ऑनलाइन दूध और अंडे आर्डर किए थे।

आरोपी जब ऑर्डर लेकर पहुंचने के बाद पीड़िता ने डॉगी की देखभाल के लिए सुमित से मदद मांगी। आरोपी मदद के बहाने फ्लैट में आया और उसने पीड़िता से दुष्कर्म किया। विरोध करने पर आरोपी ने पीड़िता को घायल कर फरार हो गया।

गुस्साए लोगों ने किया प्रदर्शन : इको विलेज-1 सोसाइटी में डिलीवरी बॉय के युवती से दुष्कर्म की वारदात से निवासियों में आक्रोश है। रविवार को सोसाइटी के निवासियों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मेंटेनेंस कार्यालय पर जमकर हंगामा किया। महिलाओं की सुरक्षा के मसले पर बिल्डर से जवाब मांगा। महिलाओं ने रात 10 से सुबह 6 बजे तक सभी टावरों में डिलीवरी बॉय के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है। इस संबंध में निवासी जल्द बिल्डर से वार्ता करेंगे। निवासियों का आरोप है कि सोसाइटी की सुरक्षा व्यवस्था बेहद खराब है। डिलीवरी बॉय कभी भी किसी भी समय अंदर आ जाते है।

फर्जीवाड़ा कर नौकरी कर रहा था आरोपी : ग्रेनो वेस्ट की सोसाइटी में युवती से दुष्कर्म का आरोपी डिलीवरी बॉय सुमित ने भाई अमित के नाम पर फर्जी पहचान पत्र बना लिया। हालांकि उसमें आरोपी ने अपना फोटो लगाया था। इसी पहचान पत्र से आरोपी ने नौकरी हासिल की।

वहीं, आरोपी के हिस्ट्रीशीटर भाई भी ब्लिंकिट कंपनी में कुछ दिन पहले तक डिलीवरी बॉय की नौकरी कर रहा था। पुलिस ने सीआरपीसी की धारा-91 के अंतर्गत ब्लिंकिट कंपनी से 24 घंटे में जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कंपनी के जिम्मेदार पदाधिकारियों पर पुलिस कार्रवाई करेगी। बिसरख कोतवाली प्रभारी ने बताया कि आरोपी सुमित ने अपनी पहचान छुपाकर और फर्जी पहचान पत्र बनाकर नौकरी हासिल की थी।

लेकिन सवाल यह उठता है कि आरोपियों को फर्जी दस्तावेज पर बिना सत्यापन कराए और हिस्ट्रीशीटर मनोज को नौकरी कैसे दे दी गई। इस बात की भी संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता कि आरोपियों ने सत्यापन के मामले में भी कोई फर्जीवाड़ा किया हो। इस मामले की तह तक जाने के लिए ग्रासरी स्टोर चलाने वाली ब्लिंकिट कंपनी को भी नोटिस दिया गया है।