सड़क हादसे में हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे दो भाइयों में एक की मौत, दूसरा गंभीर घायल

पीलीभीत के अमरिया क्षेत्र में सोमवार को सड़क हादसे में घायल हुए दो सगे भाइयों में एक की मौत हो गई। हालत गंभीर होने पर परिजन उसे लखनऊ पीजीआई ले गए थे, जहां मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया। दोनों भाई डाक कांवड़ लेकर आ रहे थे। सूचना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। लखनऊ पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन को सौंप दिया है।

सड़क हादसे में हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे दो भाइयों में एक की मौत, दूसरा गंभीर घायल
मृतक भानु प्रताप (फ़ाइल फोटो )

बरेली के गांव सब्जीपुर खता निवासी दोनों भाई कांवड़ लेकर हरिद्वार गए थे। वहां से गंगाजल लेकर दोनों भाई बरेली के अलखनाथ मंदिर में जलाभिषेक करने आ रहे थे। वह गूगल मैप के सहारे रास्ते पर बाइक से चल रहे थे। नेटवर्क की दिक्कत होने से रास्ता भटक गए और अमरिया पहुंच गए। वहां से बरेली जाते समय हादसा हो गया।

पीलीभीत के अमरिया क्षेत्र में सोमवार को सड़क हादसे में घायल हुए दो सगे भाइयों में एक की मौत हो गई। हालत गंभीर होने पर परिजन उसे लखनऊ पीजीआई ले गए थे, जहां मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया। दोनों भाई डाक कांवड़ लेकर आ रहे थे। सूचना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। लखनऊ पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन को सौंप दिया है।

बरेली के थाना शाही के गांव सब्जीपुर खता निवासी भानुप्रताप पुत्र बाबूराम अपने भाई संजीव कुमार के साथ शनिवार को डाक कांवड़ लेकर हरिद्वार गए थे। वहां से गंगाजल लेकर दोनों भाई बरेली के अलखनाथ मंदिर में जलाभिषेक करने आ रहे थे। वह गूगल मैप के सहारे रास्ते पर बाइक से चल रहे थे। बारिश होने के कारण नेटवर्क की दिक्कत होने के कारण वह रास्ता भटक गए और अमरिया वाले मार्ग पर पहुंच गए।

विपरीत दिशा से आ रही बाइक से हुई थी टक्कर : अमरिया होते हुए बरेली जाने के दौरान मुड़लिया गौस के पास भानुप्रताप और संजीव की बाइक विपरीत दिशा से आ रही बाइक से टकरा गई। जिससे दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को सीएचसी अमरिया में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। भानुप्रताप की हालत गंभीर होने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।

परिजन घायल भानुप्रताप को इलाज के लिए लखनऊ पीजीआई लेकर गए थे। जहां डॉक्टरों ने मंगलवार की सुबह उसे मृत घोषित कर दिया। भानुप्रताप चार भाइयों में सबसे छोटा था। जो कि उत्तराखंड के एक फर्टिलाइजर कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर तैनात था। वहीं दूसरे भाई संजीव का उपचार बरेली के निजी अस्पताल में चल रहा है।

परिवार वाले बोले- मौके पर ही हो गई थी मौत : भानुप्रताप के परिजन ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की हादसे के बाद मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने मामला टालने के लिए उसे रेफर कर स्थिति को काबू करने का प्रयास किया था। चूंकि कांवड़ियों ने हाईवे को जाम कर रखा था।